Last modified on 20 अक्टूबर 2017, at 15:15

बड़ा आदमी / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा

मुझे वह बड़ा आदमी
अच्छा नहीं लगता
जो किसी को छोटा करके
बनता है बड़ा
इस तरह बड़ा बनकर
कहाँ रह पाता है आदमी
आदमी भी