भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
Kavita Kosh से
ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत
रचनाकार | पद्मजा शर्मा |
---|---|
प्रकाशक | मिनर्वा पब्लिकेशन,जोधपुर, राजस्थान |
वर्ष | 2016 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | |
विधा | कविता |
पृष्ठ | |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ
- अपनी बात / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- महिला चेतना के अटूट स्वर / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- ज़िन्दगी / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- तारों भरी रात / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- मेहनतरानियाँ / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- इंसान बनी रहूँगी / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- अपना जीवन / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- ढाबे वाला श्याम / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- परियाँ / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- कथाकार हसन जमाल के लिए / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- डर / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- प्यार / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- पुरुष / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- बात / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- प्यार में नहीं रखा जाता है हिसाब / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- वरना नहीं भी करूँगी / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- शून्य / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- हक की आवाज़ / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- टोकना / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- सूखा / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- चाल / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- जीना / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- औरत जानती है / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- अब मरो / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- प्रश्न / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- जल दैत्य / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- पर / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- जीऊँ / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- आग / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- बदलाव / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- आपके पास / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- वो लड़की / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- आश्वस्त हैं लड़कियाँ? / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- आज़ाद / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- सुरक्षा / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- इंसान / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- एक अजन्मी बच्ची के सवाल / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- मुझे चलने दो / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- सबल / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- तो मैं लिखूँ कविता / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- नींद / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- प्यार जंगली फूल हुआ करता है / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- भूख / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- मनुष्य / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- वासना / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- सिर्फ लड़की / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- सर्कस में / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- असभ्य / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- स्वभाव / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- तू-तू मैं-मैं / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- कब तक / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- बंदूक / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- बड़ा आदमी / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- मौत / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- जीवन चाहिए / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- मत आना / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- जाँच अभी जारी है / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- किसे अच्छा लगता है / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- सारंगी-वादक सुल्तान खान का दर्द / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- मुक्ति / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- उच्चारण और भाव / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- वह / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- ज़रूरी / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- अगर पिता होते / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- आकार / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- मेरा गाँव / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- विवशता / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- मुक्तिबोध को पढ़ते हुए / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- तेरे बिन / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- सर्द सुबह की धूप शकुंतला / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- थोड़ा प्रेम से / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- कोई तो सिरा / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- कुछ होने का नहीं / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- प्रेम / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- संवाद / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- निकलना होगा / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- बेख़ौफ़ / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- औरत / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- मैं, मैं ही रहूँगी / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- समय / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- उसे देखते ही / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- लिखूँगी सिर्फ एक शब्द / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- जाल / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- जाने किसके लिए / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा
- छोड़ रही हूँ / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा