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प्रश्न / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा

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मैं तेरी हर इच्छा पूरी करूँगी
मैं तेरा हर सपना साकार करूँगी

मैं तेरा खालीपन खुद रीत-रीतकर भरूँगी
मैं तेरा हर दु:ख अपना मान कर दूर करूंगी

मैं तेरे भले के लिए हर कोशिश करूंगी
पर ज़रा यह तो बता

कि तू मेरे लिए कुछ करेगा
या तेरे लिए बस मैं ही करती रहूँगी