आँख के तारे दिल के सहारे
मन के दुआरे आओ ना !
आस थकी है साँस रुकी है
और हमें तड़पाओ ना !
मन के दुआरे आओ ना I
आवन कह गए अजहुँ न आए
रह-रह मोरा मन घबराए
निस-दिन तुम्हरा बिरह जलाए
पल-पल बैरन याद सताए ।
मान भी जाओ लौट भी आओ
सूरतिया दिखलाओ ना !
आंख के तारे दिल के सहारे
मन के दुआरे आओ ना !
तुम तरुवर मैं तुम्हरी छाया
तुम जीवन मैं तुम्हरी काया
जुग-जुग मैंने तुमको पाया
तुम परमेसुर मैं हूँ माया
लगन लगी है अगन जगी है
आकर अगन मिटाओ ना ।
आँख के तारे दिल के सहारे
मन के दुआरे आओ ना !
आस थकी है साँस रुकी है
और हमें तड़पाओ ना !
मन के दुआरे आओ ना I