आकाश में टँगी तमाम ख़्वाहिशों
में से
अपनी पसन्द की ख़्वाहिश
बीन लेना चाहती हूँ मैं
हमेशा के लिए
सहेजकर ज़िन्दगी की हर
सतह पर रखना चाहती हूँ
ताकि वो निरन्तर मुझे
प्रेरित करती रहें
मुट्ठी भर आसमान पाने के लिए
अपने हिस्से की धूप
स्याह आँचल में
भर लेने के लिए
ज़िन्दगी का एक हसीन टुकड़ा
हिस्से में आई
बंजर ज़मीन पर
उगा लेने के लिए ।