नया पृष्ठ: मुझे फूल मत मारो मैं अबला बाला वियोगिनी कुछ तो दया विचारो। होकर म...
नया पृष्ठ: शिशिर न फिर गिरि वन में जितना माँगे पतझड़ दूँगी मैं इस निज नंदन मे...
नया पृष्ठ: निरख सखी ये खंजन आए फेरे उन मेरे रंजन ने नयन इधर मन भाए फैला उनके त...
नया पृष्ठ: किसी जन ने किसी से क्लेश पाया नबी के पास वह अभियोग लाया। मुझे आज्...