नया पृष्ठ: वो अब तिजारती पहलू निकाल लेता है मैं कुछ कहूं तो तराजू निकाल लेता …
नया पृष्ठ: जो चोट दे गए उसे गहरा तो मत करो हम बेवक़ूफ़ हैं, कही चर्चा तो मत करो …
नया पृष्ठ: ग़रीब-ए-शहर का सर है के शेहरयार का है ये हम से पूछ के ग़म कौन सी कता…
नया पृष्ठ: '''अजनबी खौफ फिजाओं में बसा हो जैसे, शहर का शहर ही आसेब जादा हो जैसे, …
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नया पृष्ठ: '''कोई चेहरा हुआ रोशन न उजागर आँखें आईना देख रही थी मेरी पत्थर आँखे…
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