Sandeep Sethi
no edit summary
10:57
+165
बुझ गये ग़म की हवा से / दाग़ का नाम बदलकर मेरा नाम राजू घराना अनाम / शैलेन्द्र कर दिया गया है
10:55
नया पृष्ठ: बुझ गये ग़म की हवा से, प्यार के जलते चराग<br /> बेवफ़ाई चाँद ने की, पड़ …
08:18
+1,155