*[[जब आदमी वहशी बन गया / अर्श मलसियानी]]
*[[शहीदे-आज़म / अर्श मलसियानी]]
*[[ज़ालिम को कभी फूलते-फलते नहीं देखा / अर्श मलसियानी]]
*[[इश्क़े-बुताँ का ले के सहारा कभी-कभी / अर्श मलसियानी]]
*[[जिस ग़म से दिल को राहत हो, उस ग़म का मदाबा क्या मानी / अर्श मलसियानी]]