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जो पीने में ज़्यादा या कम देखते हैं / गुलाब खंडेलवाल
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19:44, 7 जुलाई 2011
नहीं यों किसी का भरम देखते हैं
किसी ने
किसीने
हँसी में न कुछ कह दिया हो!
इधर आजकल उनको कम देखते हैं
Vibhajhalani
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