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यह मन बड़ा हठी है नाथ / गुलाब खंडेलवाल
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20:16, 19 जुलाई 2011
मुँह आगे की थाली सरका
बढ़ता देख
जलता देख
परोसा पर का
चिंता इसको, दुनिया भर का
कुल धन आये हाथ
Vibhajhalani
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