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हमसे वो चुराता नज़र, ऐसा तो नहीं था / गुलाब खंडेलवाल
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18:00, 12 अगस्त 2011
माना कि लोग पहले भी दुश्मन थे हमारे
दो-एक हों
,
सारा शहर ऐसा तो नहीं था!
पहले भी कई बार निगाहें थीं मिल गयीं
Vibhajhalani
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