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हमसे वो चुराता नज़र, ऐसा तो नहीं था / गुलाब खंडेलवाल
Kavita Kosh से
हमसे वो चुराता नज़र, ऐसा तो नहीं था
दुनिया की हवा का असर ऐसा तो नहीं था!
माना कि लोग पहले भी दुश्मन थे हमारे
दो-एक हों, सारा शहर ऐसा तो नहीं था!
पहले भी कई बार निगाहें थीं मिल गयीं
हंगामा पर इस बात पर ऐसा तो नहीं था!
कंधों से हमारे तेरी बाँहों का लिपटना
मुश्क़िल भी हो, मुश्क़िल मगर ऐसा तो नहीं था!
वे कह गए गुलाब से आँचल छुड़ाके आज
'हम बँध गए हों उम्र भर, ऐसा तो नहीं था!'