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तुझको पुकारे मेरा प्यार / साहिर लुधियानवी
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11:58, 24 दिसम्बर 2011
आजा, मैं तो मिटा हूँ ...
आखिरी पल है आखिरी
आँहें
आहें
तुझे ढूँढ रही हैंडूबती
सांसें
साँसें
बुझती निगाहें तुझे ढूँढ रही हैं
सामने आजा एक बार
आजा, मैं तो मिटा हूँ ...
</poem>
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