गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
अल्लाह अगर तौफ़ीक़ न दे इंसान के बस का काम नहीं / जिगर मुरादाबादी
1 byte added
,
15:10, 22 फ़रवरी 2012
तू फ़िक्रो-नज़र <ref>चिंतन और परख</ref>तो पैदाकर, क्या चीज़ है जो इनआम<ref>पुरस्कार<ref> नहीं
यारब ये मुकामे-इश्क़ है क्या गो दीदा-ओ-दिल <ref>आँखें और दिल</ref> नाकाम नहीं
तस्कीन<ref>चैन</ref> है और तस्कीन नहीं आराम है और आराम नहीं
द्विजेन्द्र द्विज
Mover, Uploader
4,005
edits