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दर्द है पर किस तरह से / शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
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15:50, 13 मार्च 2012
नागफनियों ने
विषैली हरकतें की
तक्षकों ने पाँव
दोनो
दोनों
दंश डाला ।
रक्षकों ने
खंजरों को घोप सीने मालिकों के,
धाव से
घाव को
पहले कुरेदा
उँगलियों से
बाद में फिर सांत्वना का अर्क डाला ।
Sheelendra
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