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मिलें दुआयें ज्यों फकीर की / शीलेन्द्र कुमार सिंह चौहान
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16:07, 16 मार्च 2012
रिमझिम -रिमझिम
बरसा पानी
तपन
धुली
घुली
ठहरे समीर की
बिन मांगे जल मिला सभी को
मिलें दुआयें ज्यों फकीर की
Sheelendra
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