गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
बोले बग़ैर हिज्र का क़िस्सा सुना गया / वीरेन्द्र खरे 'अकेला'
125 bytes added
,
16:37, 16 नवम्बर 2012
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=
वीरेन्द्र खरे 'अकेला'
|संग्रह=अंगारों पर शबनम /
वीरेन्द्र खरे 'अकेला'
}}
{{
KKCatGhazal
KKCatGhazal
}}
<poem>
बोले बग़ैर हिज्र का क़िस्सा सुना गया
Tanvir Qazee
338
edits