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16:48, 12 दिसम्बर 2012 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार= यमुना प्रसाद चतुर्वेदी 'प्रीतम'
|संग्रह= प्रीतम काव्य रसामृत भाग-१ / यमुना प्रसाद चतुर्वेदी 'प्रीतम'
}}
[[Category: कविता]]
<poem>
सौने कौ मुकुट मोर चन्द्रिका ढरारी सीस,
तिलक बिछौना खौर किसरिया भाल पै।
कुंडल कपोल बिच कुंतल अलक ढ़री,
परी-परी डोलें मनों पन्नगी सु ताल पै।
कंठ लर हार भुजबंद भुज सोहें अति,
कंकन कर किंकिनी कटि की उछाल पै।
'प्रीतम' पिताम्बर औ नूपुरन छटा हेरि,
बारी मन होत बेरि-बेरि या गुपाल पै।।
</poem>