आदरणीय शारदा सुमन जी,
आपने 'हिन्दी समय' की वेबसाइट से कवि दिविक रमेश की बाक़ी कविताएँ लेकर उन्हें भी कविता-कोश में जोड़ दिया, इसके लिए
निजी तौर पर मैं आपका आभारी हूँ क्योंकि आपने मेरे अधूरे छोड़े गए काम को पूरा कर दिया। लेकिन आपसे एक शिकायत रह गई मुझे। मैं इस तरह के काम करते हुए वर्तनी की ग़लतियाँ भी ठीक कर देता हूँ। आपने वर्तनी की ग़लतियों को ठीक नहीं किया।
अब आपसे अनुरोध यह है कि कृपया वर्तनी की ग़लतियाँ हमेशा ठीक कर दिया करें। आप ख़ुद कोई कविता जोड़ें, तब भी वर्तनी ग़लत हो तो अवश्य सुधार दें। यह हिन्दी की एक बड़ी सेवा होगी क्योंकि इस वेबसाइट को बड़ी सम्ख्या में बच्चे भी देखते हैं, कम से कम वे तो सही हिन्दी लिखेंगे।
कृपया मेरी बात को अन्यथा न लें।
सविनय
--[[सदस्य:अनिल जनविजय|अनिल जनविजय]] ([[सदस्य वार्ता:अनिल जनविजय|वार्ता]]) 23:17, 18 फ़रवरी 2013 (IST)
आदरणीय शारदा जी
कृपया [http://yogdankarta.blogspot.com कविताकोश योगदानकर्ता मंच ] हेतु अपना परिचय तथा रचनाऐं भेजने का कष्ट करें