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{{KKRachna
|रचनाकार = सरदार अंजुम
|संग्रह=
<poem>
 
1).
अपाहिज बनके जीने की अदा अच्छी नहीं लगती
फरवरी 2013 में हैदराबाद धमाकों पर
 
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