Changes

शिशु / मनबोध

3 bytes removed, 16:52, 1 जून 2013
जतय अछल दुइ बिर्छ अकाय।।
जमला अर्जुन कनला-नाथ।
जुगुति उपारल छुइल न हाथ।ंहाथ।
खसल महातरू हँसल मुरारि।
भेल अघात जगत परचारि।।
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
2,244
edits