गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
तुम्हारे लिए / सर्वेश्वरदयाल सक्सेना
15 bytes added
,
06:24, 24 सितम्बर 2013
|रचनाकार=सर्वेश्वरदयाल सक्सेना
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>
काँच की बन्द खिड़कियों के पीछे
तुम्हारे लिए पिघलकर
मैं छोड़ गया होऊँगा।
</poem>
Sharda suman
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader,
प्रबंधक
35,132
edits