गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
पशु विदाई / सुभाष काक
25 bytes added
,
05:37, 14 नवम्बर 2013
|रचनाकार=सुभाष काक
|संग्रह=मिट्टी का अनुराग / सुभाष काक
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>
पशु की एक दृष्टि
कितना कह सकती है?
तब पशु से विदाई
सह्य हो जाती है।
</poem>
Lalit Kumar
Founder, Mover, Uploader,
प्रशासक
,
सदस्य जाँच
,
प्रबंधक
,
widget editor
21,881
edits