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रंगीन चमकीली चीजें,प्रकाश के उन रंगों को,जो उनके जैसे नहीं होते,सोख लेती हैं,और उनकी ऊर्जा से अपने रंग बनाती हैं।हैंऔर हम समझते हैं कि ये उनके अपने रंग हैं, 
जिन्हें हम रंगीन वस्तुएँ कहते हैं,
वे दरअसल दूसरे रंगों की हत्यारी होती हैं।हैं केवल आइना ही हैजो किसी भी रंग की ऊर्जा का इस्तेमालअपने लिए नहीं करतासारे रंगों को जस का तस वापस लौटा देता हैइसीलिए आइना हमें सच दिखा पाता है
केवल आइना ही है,जो किसी भी रंग की ऊर्जा का इस्तेमाल,अपने लिए नहीं करता,सारे रंगों को जस का तस वापस लौटा देता है,इसीलिए तो आइना हमें सच दिखाता है,बाकी सारी वस्तुएँ,केवल रंगबिरंगा रंग-बिरंगा झूठ बोलती हैं,जो वस्तु जितनी ज्यादा चमकीली होती है,वो उतना ही बड़ा झूठ बोल रही होती है। है
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