जिठाणी भी आवै पिलंग बिछावै,
पिलंग बिछाई मांगे झगड़े की बात है- चुप...
नणदल भी आवै सतिये लगावै
सतिये लगाई मांगे झगड़े की बात है- चुप...
देवर भी आवै बंसी बजावै
बंसी बजाई मांगे झगड़े की बात है- चुप...
दाई भी आवै होलर जणावे,
होलर जणाई मांगे झगड़े की बात है- चुप...
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