Changes

हम बंजारे / अवनीश सिंह चौहान

4 bytes added, 09:13, 31 अक्टूबर 2014
रहते हंसते
अभी आपका
समय सहारासुनहरा
जो सुन लेते
बुरी-भली
</poem>
273
edits