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हरि बिनु लगत मोहिं सब सूनो / स्वामी सनातनदेव
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छाई घोर अमा<ref>अमावस्या</ref> या व्रज में, मिलै होय पुनि पूनो<ref>पूर्णिमा</ref>॥5॥
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Sharda suman
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