Changes

कीड़वादो / निशान्त

572 bytes added, 10:02, 4 मई 2015
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=निशान्त |संग्रह=धंवर पछै सूरज / नि...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=निशान्त
|संग्रह=धंवर पछै सूरज / निशान्त
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
<poem>
जकै नै आपां
कीं नीं गिणता
कैवां कीड़वादो

बीं रै ताण ई
चुगीजै बगतसर
कपास
हुवै
कटाई-कढ़ाई

ओ नीं हुवै
तो न जाणै
कित्तो अन्न
रूळज्यै खूडां में।
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
8,152
edits