444 bytes added,
21:14, 29 सितम्बर 2015 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=रामकृष्ण खद्दर
|अनुवादक=
|संग्रह=
}}
{{KKCatBaalKavita}}
<poem>छै साल की छोकरी,
सिर पर रखे टोकरी।
नहीं बताती दाम है,
नहीं बताती नाम है,
दाम-नाम क्या पूछना,
हमें आम है चूसना!
</poem>