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दोसर खण्ड / भाग 4 / बैजू मिश्र 'देहाती'
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19:20, 3 नवम्बर 2015
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कतेक चलथि नहि छल प्रतिबंध।
सहस-सहस नर गज अरू बाजि,
रथ सहस्र चलला सभ साजि।
सशुल्क योगदानकर्ता ३
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