924 bytes added,
14:54, 19 दिसम्बर 2015 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=राग तेलंग
|संग्रह=
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>आजकल
दो अच्छे लोग
एक-दूसरे के संपर्क में नहीं हैं
एक अच्छा
दूसरे बुरे के साथ है
कभी अच्छा होने की उम्मीद में
एक बुरा
दूसरे की अच्छाई को
नष्ट करने के लिए नियुक्त है
एक अच्छा
पूर्व की ओर
टकटकी लगाए देख रहा है
दूसरा अच्छा
दूर पश्चिम की ओर यात्रा पर है
लोग
अच्छा-अच्छा भूल गए हैं
अच्छा-बुरा
लोग जल्दी समझते हैं ।
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader