Changes

कविता-दोय / विनोद स्वामी

591 bytes added, 16:03, 23 जनवरी 2016
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=विनोद स्वामी |संग्रह= मंडाण / नीरज...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=विनोद स्वामी
|संग्रह= मंडाण / नीरज दइया
}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
{{KKCatKavita‎}}
<poem>
एक तिरस्यो मिनख
ठंडां री दुकान करै।

एक भूखो मिनख
जळेबी बेचै।

एक घरबायरो आदमी
हेली चिणै।

आ तो कोई अचंभावाळी बात कोनी

पण
एक चापलूस मिनख
कविता लिखै!
</poem>
Delete, Mover, Reupload, Uploader
5,482
edits