Changes

'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज पुरोहित ‘अनंत’ |संग्रह= मंड...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=मनोज पुरोहित ‘अनंत’
|संग्रह= मंडाण / नीरज दइया
}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
{{KKCatKavita‎}}
<poem>
बगत साथै नीं
बगत सूं आगै बध
बगत रै पगां मत पड़
बगत सूं लड़।

ठाह है
तेज है बगत री रफ्तार
थूं ई उठा पग खाथा-खाथा
लांबा-लांबा भर डग
समझ बगत री रग
ताकतवर है बगत
कमजोर थूं ई कोनी
अड़ अर बगत सूं
साम्हीं छाती लड़ ।
</poem>
Delete, Mover, Reupload, Uploader
5,482
edits