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1सूँढ़ गणेशोॅ के जे लागैकभी अरे गणेशोॅ केरोॅ पेटओकरोॅ वास्तें बात बरोबरकी छत-छप्पर, धरती-हेट ।-कद्दू2एक गणेश जी हेनोॅ देखलांसूँढ़ बुतरुआ कमर सें लटकै पिहनें छैचश्माभरी-भरी होय लड्डू वाला की छौ मिलतैनया करिश्माएक जे चौॅर लेॅ भटकै नै छै ।चाहै पढ़ै-मूसोॅ3माथा पर छै मुकुट बिराजैमुँह के नीचें छोटका सूँढ़बगुलौ सें जादा बगबग छैजेकरोॅ बोली तिलकुट-गूड़ ।-शंख4कारोॅ लिखै बदरा धरती परलेॅदेखी दुश्मन थर, थर, थरघूमै सबके तहियो घरे घरमारोॅ तेॅ छिलकै ऊपर ।ऊँचे-छाता5बेटा ऊँच दुबरोॅ कोठी चढ़ै बापलेॅब्रह्मा कोय के मायने देलोॅ छै में शापओॅन जरो ज्ञान नै कभियो खायकमपानी पीयै ओछरी जाय ।-गिलास-लोटा6एक पन्नीये रँ ठो बुद्धि हेनोॅ चमचमओकरो लेॅ छै छाता छैअवसर चानीतनलोॅ रहै है ले जे सालो भरछाता में एक सौ भुरकी झलकैकपड़ा उड़ै एक छै फर-फर-फरपिहानीजोॅरअरे बुतरुआ इन्टु-जनानी मर-मरदानापिन्टुगैया-बकरी ओकरे आनलेॅ तर ।छियौ नया निघण्टु-झबरोॅ गाछ7एक छड़ी घोकें, दुसरौ केॅ पर अण्डा नाचैघोकबावजै में चिड़ियाँ आवै-जावैअण्डे गिरै अबकी नै छड़िये डोलैकत्तो कोय्यो जोर लगावै ।-गाछ8भरी मुँहोॅ में ऐला-गोटीछोड़ना छै दावजतना बोली तहूँ तित्तोॅ बहावें छैमुँह लटकैनें झुलतें रहतौंसब्भे बल पर जीत्तोॅ छै ।ज्ञान रोॅ बोहोॅपंडित-करेला9एकठो बूढ़ोॅ हेनो भी छैनाक, कान, जी, कुछुवो नैभरी मुँह बस दाँते देखोॅबोलें; फेरू पूछुवौ ज्ञानी नै मानतौ लोहोॅ ।-भुट्टा 10लाल पटोरी पिन्ही डायनजखनी जेकरा चाहै खायखाय वक्ती नै पानी पीयैपीयै तेॅ ऊ मरिये जाय ।-आगिन
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