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बदलें बदले मौसम, बदलें हम सुख-दुख यकसा दुःख यकसाँ, करलें हम
दुनिया भर के ग़म सारे फ़ुरसत हो तो आ जाओ हँसते-हँसते सहलें कुछ सुनलें कुछ, कहलें हम
रोये हैं तन्हाई में इक दूजे की आँखों से क़ुर्बत दिल में तो हंसलें क्या है, पढ़लें हम
छोटी-छोटी चीज़ों से रोएंगे तन्हाई में बच्चों जैसे बहलें क़ुर्बत में तो, हंसलें हम
फ़ुरसत हो तो आ जाओ दुनिया भर के ग़म सारे कुछ सुनलें कुछ कहलें हँसते-हँसते, सहलें हम
इक दूजे की आँखों छोटी-छोटी चीज़ों से दिल में क्या है पढ़लें हम  आज दुआओं से अपनी खाली झोली भरलें बच्चों जैसे, बहलें हम
काम आओ 'रक़ीब' अधूरे थे दुआओं से आ मिलकर अब करलें खाली झोली, भरलें हम बदलें
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