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ये हक़ीक़त या ख़्वाब है कोई / सतीश शुक्ला 'रक़ीब'
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22:15, 5 अगस्त 2016
ये हक़ीक़त कि ख़्वाब है कोई
सामने बेनक़ाब है कोई
है तसव्वुर में हुस्ने दोशीज़ा
SATISH SHUKLA
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