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घुर्रम-घुर्रम-घर्र / प्रदीप शुक्ल
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16:22, 1 सितम्बर 2016
आगे-आगे मुन्ना पीछे
दीदी
हाँथ
हाथ
पसारे
गिर ना जाए चबूतरे से
पहुँचा हुआ किनारे
अनिल जनविजय
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