गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
अंकाल / नूतन प्रसाद शर्मा
1 byte removed
,
07:28, 9 जनवरी 2017
रोना-करलई ल नई सुनस, होगेस तयं भैरा
झींका -पुदगा मं मिलथे का परोसे थाल
तोर आये ले होथय ऐ दुनिया के बुरा हाल
Dkspoet
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
19,164
edits