Changes

पग / ओम पुरोहित ‘कागद’

589 bytes added, 09:27, 28 जून 2017
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=ओम पुरोहित ‘कागद’ |अनुवादक= |संग्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=ओम पुरोहित ‘कागद’
|अनुवादक=
|संग्रह=भोत अंधारो है / ओम पुरोहित ‘कागद’
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
<poem>
कठै धरां
पग
दूखै
मुरधर री
रग-रग।

सुपना
सुकाळ रा
देवै दुख
भूख देवै
दकाळाँ।

नीं मिटै
दुख रा
जंजाळा।

दुख
काळ रो
दकाळ रो।
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
8,152
edits