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09:38, 28 जून 2017 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=ओम पुरोहित ‘कागद’
|अनुवादक=
|संग्रह=भोत अंधारो है / ओम पुरोहित ‘कागद’
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<poem>
च्यारूं कूंट सरणाटो
सरणाटै सूं
सरणाटै री बतळावण
सुणै कुण?
सरणाटै रै आर सरणाटो
सरणाटै रै पार सरणाटो
थारै म्हारै बीच
त्यार सरणाटो!
आओ सीखां
भाषा
सरणाटै री!
</poem>
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