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10:52, 28 जून 2017 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=ओम पुरोहित ‘कागद’
|अनुवादक=
|संग्रह=भोत अंधारो है / ओम पुरोहित ‘कागद’
}}
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<poem>
भूख टिरै
टाबर रै मुंडै
जकी नै जाणैं
फगत मा
टाबर नीं जाणै
पेट री भूख
मा री मैक
टाबरी री भूख
मा रो परस
भूख री मुगती!
</poem>
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