Changes

मेळजोळ / दुष्यन्त जोशी

583 bytes added, 06:47, 29 जून 2017
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=दुष्यन्त जोशी |अनुवादक= |संग्रह=अ...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=दुष्यन्त जोशी
|अनुवादक=
|संग्रह=अेकर आज्या रै चाँद / दुष्यन्त जोशी
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
<poem>
थारै
घणाई है
ठाट-बाट

थारै कमी नीं है
किणी बात री

पण
थानै लोग कित्ताक चावै
थारै कन्नै
कुण-कुण आवै

अर थे
किण कन्नै जावौ।
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
8,152
edits