Changes

निराशा / एरिक ब्लोमबेरी

797 bytes added, 15:02, 16 अक्टूबर 2017
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=एरिक ब्लोमबेरी |संग्रह= }} <Poem> धरती,...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=एरिक ब्लोमबेरी
|संग्रह=
}}
<Poem>
धरती, माँ,
अंधकारमय और अचल,
फैलाओ अपनी बाहें
उनके लिए जो हैं निराश.

छुपा लो मेरे हृदय को,
छुपा लो मेरी आखें
सूर्य के झूठ से.

वह नीला अंतरिक्ष
करता है हमारे भाग्य का उपहास.

तुम हो लेकिन सत्य
जिसके स्वामित्व में होंगे हम सब.


'''(मूल स्वीडिश से अनुवाद : अनुपमा पाठक)'''
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
2,956
edits