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नया वर्ष आने दो / कन्हैयालाल मत्त
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08:28, 1 जनवरी 2018
वर्तमान के चेरे
जो हुआ अस्तमित
उसे
शांति
शान्ति
पाने दो !
श्रम-स्रवित गंध से
अनिल जनविजय
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