1,016 bytes added,
06:49, 1 अप्रैल 2018 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=[[दुष्यन्त जोशी]]
|अनुवादक=
|संग्रह=कठै गई बा'... / दुष्यन्त जोशी
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
<poem>
भरयै बजार में
बाइक रै लारै बैठी
बीस-बाइस बरसां री
छोरी री चून्नी
जद
बाइक रै
पइयै में
आय'र उळझगी
तद
बा'
सड़क माथै
घिसीजती चली गई
दूर ताईं
बीं'रा
गाभा हुग्या
लीर-लीर
उणी टैम
दो-च्यार छोरा
भाज'र आया
बीं'री मदद सारू
अर
बाकी बीस-पच्चीस
छोरां री आंख्यां
अैक्स रे करै ई
बीं'रै
गाभा सूं झांकतै
गात रौ।
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader