गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
जीवनसंगिनी से / साहिल परमार
21 bytes added
,
10:09, 21 मई 2018
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatDalitRachna}}
<poem>
भूरे-से बालों-सा झूमता हुआ तुम्हें उस पहली रात का उजियारा याद है?
अनिल जनविजय
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,667
edits