गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
या दुनिया दुखी फिरै, चक्र मै सारी / राजेराम भारद्वाज
13 bytes added
,
18:46, 24 मई 2018
(21)
सांग:– महात्मा-बुद्ध
&
(
अनुक्रमांक-31
)
जवाब – महात्मा बुद्ध का।
'''
या दुनिया दुखी फिरै, चक्र मै सारी,
'''
'''
वो सबके दुख दूर करै, गिरधारी ।। टेक ।।
'''
बहरा माणस, कान बिना दुखी सै,
Sandeeap Sharma
445
edits