650 bytes added,
07:10, 27 जुलाई 2018 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=[[लक्ष्मीनारायण रंगा]]
|अनुवादक=
|संग्रह=आंख ई समझै / लक्ष्मीनारायण रंगा
}}
{{KKCatHaiku}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
<poem>
मिलै खुरसी
धन सत्ता नैं भोगां
जय श्री राम
{{KKBR}}
आज श्रवण
मा-बाप नैं पोंचावै
वृद्धाश्रमां में
{{KKBR}}
याद आवै मा
मिट जावै अंधारा
मन आंख्यां रा
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader