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13:56, 21 मई 2019 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=ऋषिपाल धीमान ऋषि
|अनुवादक=
|संग्रह=शबनमी अहसास / ऋषिपाल धीमान ऋषि
}}
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<poem>
प्यार का अंजाम पूछो तो सही
क्या मिला इनआम पूछो तो सही।
अपनी तारीफें सुना डालीं बहुत
अब मेरा भी नाम पूछो तो सही।
शौक़ से इंकार कर देना, मगर
क्या हमें है काम पूछो तो सही।
बस दवा देना ही तो काफी नहीं
क्या मिला आराम पूछो तो सही।
मुझको नालाइक़ कहो, लेकिन कभी
क्यों हुआ नाकाम, पूछो तो सही।
</poem>